बसपा प्रमुख मायावती ने भाजपा नेता अमित शाह की यह स्वीकार करने के लिए सराहना की कि उनकी पार्टी को उत्तर प्रदेश में दलित वोट मिलेंगे, लेकिन उन्होंने कहा कि मुस्लिम और अन्य समुदाय भी बसपा को वोट दे रहे हैं।
शाह ने हाल ही में एक टेलीविजन इंटरव्यू में कहा था कि मायावती यूपी में जहां बुधवार को विधानसभा के लिए चौथे दौर का मतदान हुआ, प्रासंगिक बनी हुई हैं।
उन्होंने कहा, “बसपा ने अपनी प्रासंगिकता बनाए रखी है। मुझे विश्वास है कि उसे वोट मिलेगा। मुझे नहीं पता कि इसका कितना हिस्सा सीटों में तब्दील होगा, लेकिन उसे वोट मिलेंगे।”
शाह की टिप्पणी ने इस पर कुछ अटकलों को जन्म दिया जिसके तहत कहा जा रहा है कि चुनाव के बाद भाजपा और बसपा के बीच गठजोड़ होने की संभावना है।
इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए मायावती ने कहा कि यह उनकी “महानता” है कि उन्होंने सच्चाई को स्वीकार किया। मायावती ने वोट डालने के बाद संवाददाताओं से कहा, “जब 10 मार्च को परिणाम घोषित होंगे, तो बसपा अपनी सरकार बनाएगी, जैसा उसने 2007 में पूर्ण बहुमत के साथ किया था।”
उन्होंने कहा कि धार्मिक अल्पसंख्यकों के सदस्य, मुस्लिम, समाजवादी पार्टी की कार्यशैली से नाखुश हैं। दलित नेता ने कहा, “उनका मानना है कि जब वे पिछले पांच वर्षों से इसके साथ थे, तब भी टिकट देने के समय उन्हें दूसरों के लिए जगह बनाने के लिए दरकिनार कर दिया गया था।”