रमेशबाबू प्रज्ञानानंद ने एयरथिंग्स मास्टर्स के आठवें दौर में विश्व शतरंज चैंपियन, मैग्नस कार्लसन को हराकर एक नया इतिहास रच दिया है।
ऑनलाइन रैपिड शतरंज प्रतियोगिता में उनकी जीत की सचिन तेंदुलकर जैसी हस्तियों ने सराहना की और भारत के बेहतरीन ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद ने भी इंटरनेट सेंसेशन बन चुके इस किशोर को बधाई दी।
बता दें कि प्रज्ञानानंद, विश्वनाथन और पी हरिकृष्णन के बाद नार्वे के स्टार कार्लसन को हराने वाले तीसरे भारतीय बन गए हैं।
कौन हैं रमेशबाबू प्रज्ञानानंद?
• प्रज्ञानानंद का जन्म 10 अगस्त, 2005 को चेन्नई में हुआ था। वह प्रसिद्ध शतरंज खिलाड़ी वैशाली रमेशबाबू के भाई हैं।
• वह ग्रैंडमास्टर का ख़िताब हासिल करने वाले पांचवें सबसे कम उम्र के शतरंज खिलाड़ी हैं। 7 साल की उम्र में, प्रज्ञानानंद ने 2013 में अंडर-8 ख़िताब की श्रेणी के तहत विश्व युवा शतरंज चैंपियनशिप जीती। इस जीत ने उन्हें FIDE मास्टर का ख़िताब दिलाया, जो ग्रैंडमास्टर और इंटरनेशनल मास्टर खिताब के बाद आता है।
• वे 10 साल की उम्र की में सबसे कम उम्र के अंतर्राष्ट्रीय मास्टर बने।
• 12 साल, 10 महीने और 13 दिन की उम्र में, प्रज्ञानानंद रूसी शतरंज खिलाड़ी सर्गेई कारजाकिन के बाद सबसे छोटे ग्रैंडमास्टर बने।
• ईएसपीएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रज्ञानानंद सोशल मीडिया से पूरी तरह दूर रहते हैं क्योंकि इससे उन्हें देखे जाने के दबाव को कम करने में मदद मिलती है।
16 वर्षीय प्रज्ञानानंद, एयरथिंग्स मास्टर्स के क्वार्टर फ़ाइनल में एक स्थान से चूक गए, जो राउंड 12 में यूएसए के हैंस मोको नीमन से हार गए थे।