अभी कुछ दिन पूर्व गुरग्राम में जब बिल्डिंग गिरी तो NCR में बिल्डर निर्मित सोसायटियों की जांच होने लगी कि बिल्डिंगों में उच्च गुणवत्ता के साथ काम हुआ कि नही। पर प्राधिकरण स्वम् की निर्मित सोसायटियों की कोई जांच नही कर रहा जिनमे आये दिन प्लाटर गिरता रहता है ऐसा ही हाल है सेंचुरी आपर्टमेंट सेक् 100 का जो प्राधिकरण द्वारा निर्मित भवनों की अंतिम स्कीम थी। जिनका निर्माण 2010-11 में किया गया था पर 7-8 साल में ही हाल ये है कि निवासी घर से बाहर खड़े होने को डरने लगे कि कब प्लास्टर गिर जाए और बच्चे बड़े दुर्घटना ग्रस्त हो जाए।
प्लास्टर का गिरना आम बात हो गया है हद तो तब हो गई जबसीढियो कि सरिया तक बाहर निकल आये जिनसे उस ब्लॉक में रहने वाले लोग अत्यंत डरे हुए है कि कब ये लेंटर न गिर जाए। इससे डरे सहमे लोग भयभीत है । सेंचुरी निवासियों ने बिल्डिंग की जांच करने तथा बिल्डिंग की मरम्मत कराने की मांग की है।

सुरेश वर्मा
ई0 मदन शर्मा का कहना है बिल्डिंग की उम्र क्या 10 साल है। आये दिन हम सब भयभीत है।
ई0 रजनीश तिवारी का कहना है आये दिन बिल्डिंग का प्लास्टर गिरता रहता है जिससे कई बार गाड़िया दुर्घटना ग्रस्त हुई है।
बैंक से सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रबंधक सुरेश वर्मा का कहना है हम वरिष्ठ जन बाहर निकलने से बहुत डरते है।
ग्रहणी रानी सिंह का कहना है बच्चो को घर से बाहर निकालने में हमेशा डर बना रहता है कही प्लास्टर न गिर जाए।
पवन यादव ने मुख्य कार्यपालक अधिकारी, नोइडा प्राधिकरण को ट्वीट कर अनुरोध किया है कि हमे ये भवन लीज पर मिले है तो निवासियों की जानमाल के खतरे को देखते हुए इनके बाहरी दाने वाले प्लास्टर को हटाकर साधारण प्लास्टर कराया जाय तथा सीढ़ियों के गिर रहे लेंटर को तत्काल तोड़कर बनवाया जाय।

मदन शर्मा
आये दिन प्लास्टर गिरने से नीचे खेल रहे बच्चो को टहल रहे लोगो को जान

रानी सिंह