वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की का एक इंटरव्यू की शक्ल में दिया गया एक बयान खूब चर्चा में है. ज़ेलेंस्की द्वारा ये इंटरव्यू अमेरिकी टीवी चैनल एबीसी न्यूज़ को दिया गया है. इंटरव्यू में ज़ेलेंस्की द्वारा यूक्रेन के नेटो में शामिल होने और लुहांस्क, दोनेत्सक को मान्यता देने पर ज़ेलेंस्की की पहले की राय में बदलाव देखा गया है. हालांकि अभी इस बयान को रूस के साथ युद्ध की शांत करने की अपील या रूस के साथ किसी भी प्रकार के समझौते के साथ जोड़कर देखना जल्दबाजज़ी होगी. जब तक कि इस बयान को लेकर कोई प्रतिक्रिया या रणनीति सार्वजानिक नहीं हो जाती.
रूस के सैन्य ऑपरेशन से त्रस्त यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की पुतिन के खिलाफ़ अक्रामक है. ज़ेलेंस्की इस मसले पर कई देशों से मदद मांगने के साथ रूस को प्रतिबंधो के ज़रिए नुकसान पहुंचाने की अपील कर रहे हैं. इसी कड़ी में उन्होंने नेटो के साथ सदस्यता पर भी अमेरिका और सदस्य देशों से समय मांगा था.
‘हमें समझ आ गया कि नेटो हमें स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है’
अमेरिकी टीवी चैनल एबीसी न्यूज़ के इंटरव्यू में ज़ेलेंस्की ने नेटो के साथ यूक्रेन के भविष्य के सवाल पर जवाब देते हुए कहा, “मैं बातचीत के लिए तैयार हूँ. जब हमें समझ आ गया है कि नेटो हमें स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है, इसके बाद मैं काफ़ी पहले ही इस सवाल को पीछे छोड़ चुका था.”
इसके अलावा ज़ेलेंस्की ने नेटो पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि नेटो विवादित चीजों और रूस के सात किसी भी प्रकार के टकराव को लेकर डरता रहा है. साथ ही उन्होंने नेटो में शामिल होने के जवाब में कहा कि वे ऐसे देश का राष्ट्रपति नहीं बनना चाहते जो घुटनों के बल गिरकर किसी चीज़ की भीख मांग रहा है.
लुहांस्क और दोनेत्सक पर यूक्रेन का पक्ष रखा
रूस की यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई की एक बड़ी वजह लुहांस्क और दोनेत्सक को यूक्रेन के समक्ष स्वीकार्यता को मनवाना है. पुतिन द्वारा लुहांस्क और दोनेत्सक को स्वतंत्र घोषित करने के बाद यूक्रेन को रूस की तरफ़ से मान्यता देने को लेकर लागतार दवाब बनाया जा रहा है.
लेखक: गौरव मिश्र