समाज सुधार अभियान के तहत बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को बेगूसराय पहुंचे। यहां ITI मैदान में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने बेगूसराय और खगड़िया जिले की करीब 1000 जीविका दीदियों को संबोधित किया। इस दौरान नीतीश कुमार ने शराबबंदी के नुकसान को गिनाते-गिनाते यह भी कहा कि शराब पीने से एड्स होता है। दरअसल, वे डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट का हवाला दे रहे थे। इसके पहले भी वे इस बात को कह चुके हैं, जिसपर तेजस्वी यादव ने चुटकी भी ली थी।
नीतीश कुमार ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के मुताबिक शराब 200 बीमारियों को बढ़ाती है। शराब के सेवन से कैंसर, एड्स, हेपेटाइटिस, टीबी, लीवर, दिल की बीमारी, मानसिक बीमारी और माता-शिशु से संबंधित बीमारियां भी बढ़ती हैं। ये WHO की रिपोर्ट है।
विपक्षी पर भी साधा निशाना
इस दौरान उन्होंने पुरानी बातों को ही दोहराया और कहा- “कुछ लोग गड़बड़ करने वाले होते ही हैं। शराबबंदी सर्वसमत्ति से लागू किया गया था, लेकिन पता नहीं कुछ लोग किस तरह राजनीति करते हैं। गांधी जी ने कहा था कि शराब से ना सिर्फ पैसा जाएगा बल्कि पीने वाले की बुद्धि भी चली जाएगी। कुछ लोग अपने आप को काबिल समझता है। पढ़ेगा भी दारू भी पिएगा। दारू पीते हो तो देश का नुकसान कर रहे हो। हर राज्य सरकार इसे लागू करने का को अधिकार है।
2015 में ही शराबबंदी की उठी थी माँग
नीतीश कुमार ने कहा कि 2015 में जब वे जीविका समूह और कुछ अन्य कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे तो उसी बीच जीविका दीदियों ने मांग की थी कि शराबबंदी लागू की जाए। वे अपनी बात कह कर बैठ गए और जब जाने लगे तो उनसे शराबबंदी लागू करने की मांग की गई। इसपर उन्होंने कह दिया कि जब वे सरकार में आएंगे तो लागू करेंगे और जब उनकी सरकार बनी तो लागू किया।
इस अवसर पर खगड़िया की जीविका दीदी काजल कुमारी ने एक दहेज लोभी परिवार की कहानी सुनाई। बेगूसराय के छौड़ाही की जीविका दीदी शोभा देवी ने कैसे शराब के व्यवसाय को छोड़कर कपड़े के व्यवसाय से जुड़ीं इसके बारे में बताया।