उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मंगलवार को एक बड़ा कार्रवाई की है।
नोएडा प्राधिकरण में अधिकारी पद पर तैनात रहे सीनियर पीसीएस अफसर हरिश्चंद्र को बर्खास्त कर दिया है। हरिश्चंद्र नोएडा प्राधिकरण में सचिव पद पर तैनात थे। हरिश्चंद्र पर लीजबैक घोटाले मामले में कार्रवाई की गई है।
कौन हैं हरिश्चंद्र ?
हरिश्चंद्र 1997 बैच के सीनियर PCS अफसर है। वह नोएडा प्राधिकरण में सचिव पद पर तैनात थे। हरिश्चंद्र पर आरोप है कि उन्होंने प्राधिकरण की अर्जित और कब्जा प्राप्त भूमि को नियम विरुद्ध ढंग से लीजबैक कर दिया था। इस मामले में योगी आदित्यनाथ को रिपोर्ट भेजी थी। जिसमें योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश दिए थे। जिसमें हरिश्चंद्र दोषी पाए गए अब योगी आदित्यनाथ ने उनको पद से बर्खास्त कर दिया है।
उत्तर प्रदेश शासन से मिली जानकारी के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ सरकार ने यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के विरोध जीरो टॉलरेंस नीति के तहत की है। नोएडा प्राधिकरण में तैनात रहे हरीशचंद्र को लीजबैक और कब्जा प्राप्त भूमि को नियम विरुद्ध ढंग से लीजबैक मामले में दोषी पाया है।
नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ऋतु महेश्वरी ने इस मामले में जांच की थी। जिसके बाद नोएडा प्राधिकरण ने पूरे मामले की रिपोर्ट बनाकर योगी आदित्यनाथ को भेजी थी। जिसके आधार पर योगी आदित्यनाथ ने हरिश्चंद्र को बर्खास्त कर दिया है। आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ की लिस्ट में और भी भ्रष्टाचार अधिकारियों के भी शामिल है।