यूक्रेन पर रूसी हमलों का आज 11वां दिन है। ऐसे में यूक्रेन का लगभग 70 प्रतिशत क्षेत्र रूसी हमलों से मची तबाही की कहानी कह रहा है। इसी बीच यूक्रेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वह रूस से जंग रोकने के लिए कहे।
दरसल, यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबास ने एक टीवी संबोधन के जरिए कहा कि भारत के साथ विशेष संबंधों को साझा करने वाले सभी देश प्रधानमंत्री मोदी से अपील कर सकते हैं कि वह राष्ट्रपति पुतिन से संपर्क करना जारी रखें और उनको समझाएं कि यह युद्ध किसी के हित में नहीं है। रूस के लोगों को भी इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है।
उन्होंने कहा, “30 वर्षों के लिए यूक्रेन अफ्रीका और एशिया के हजारों छात्रों के लिए एक स्वागत योग्य घर था। विदेशी छात्रों के यहां से निकलने के लिए यूक्रेन ने ट्रेनों की व्यवस्था की है। हॉटलाइन स्थापित की है। दूतावासों के साथ काम किया है। यूक्रेनी सरकार लगातार उनके लिए काम कर रही है।”
यूक्रेन के विदेश मंत्री ने दावा किया कि रूस उन देशों की सहानुभूति जीतने की कोशिश कर रहा है जिनके नागरिक यूक्रेन में हैं। उन्होंने कहा कि अगर रूस विदेशी छात्रों के मामले में मदद करता है तो उन सभी को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। उन्होंने कहा, “मैं भारत, चीन और नाइजीरिया की सरकारों से अपील करता हूं कि रूस से फायरिंग को रोकने और नागरिकों को जाने की अनुमति देने की अपील करें।”
इसके अलावा कुलेबा ने कहा कि भारत सहित सभी देश जो रूस के साथ विशेष संबंधों में जुड़े हुए हैं, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अपील कर सकते हैं कि यह युद्ध सभी के हित के खिलाफ है। उन्होंने यह तर्क दिया कि संघर्ष का अंत सभी देशों के सर्वोत्तम हित में है। उन्होंने कहा, “भारत यूक्रेन के कृषि उत्पादों के सबसे बड़े उपभोक्ताओं में से एक है। यदि यह युद्ध जारी रहता है तो हमारे लिए नई फसल बोना मुश्किल होगा। वैश्विक और भारतीय खाद्य सुरक्षा के संदर्भ में भी इस युद्ध को रोकना ही सर्वोत्तम हित में है।”
उन्होंने आगे आम भारतीयों से युद्ध रोकने की मांग करने के लिए रूस पर दबाव बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “यूक्रेन केवल इसलिए लड़ रहा है क्योंकि हम पर हमला किया गया था और हमें अपनी भूमि की रक्षा करनी है क्योंकि पुतिन हमारे अस्तित्व के अधिकार को नहीं पहचानते हैं।”
आपको बता दें की यूक्रेन में रूसी हमलों का आज 11वां दिन है। ऐसे में यूक्रेन का लगभग 70 प्रतिशत क्षेत्र रूसी हमलों से मची तबाही की कहानी कह रहा है। रूस ने सबसे ज्यादा नुकसान यूक्रेन के खारकीव शहर को पहुंचाया है। यहां रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डे, बस टर्मिनलों और बड़ी इमारतों के साथ ही सड़कों को तबाह कर दिया गया है।
All countries who enjoy special relations with India can appeal to PM Modi that we call on him to continue reaching out to Pres Putin &explaining that this war is against the interest of all. People of Russia are not interested in it either: Ukraine Foreign Minister Dmytro Kuleba pic.twitter.com/JBHwSNj2Fq
— ANI (@ANI) March 5, 2022