दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ है. इसके बावजूद हालात बेहद खराब हैं. हवा की गुणवत्ता (AQI) काफी खराब है. स्थिति यह है कि सांस लेना मुश्किल है. खासकर बुजुगों, महिलाओं और बच्चों के लिए ये हालात काफी चिंता वाली है. वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं. इसी सिलसिले में दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को कई बड़ी घोषणाएं की हैं. गोपाल राय ने कुछ अपवाद को छोड़ कर सभी तरह के निर्माण कार्य को प्रतिबंधित कर दिया गया है. साथ ही डीजल वाहनों पर भी बैन है.गोपाल राय ने रेलवे, मेट्रो, एयरपोर्ट, डिफेंस, अस्पताल आदि को छोड़कर सभी तरह के निर्माण कार्य पर रोक लगाने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि इन पर प्रतिबंध जारी रहेगा. इसके अलावा BS-III और BS-IV डीजल वाहनों पर लगा प्रतिबंध भी जारी रखने का फैसला किया गया है, ताकि वायु प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके. इसके साथ ही सड़कों की मैकेनिकल स्वीपिंग पर ज़ोर, फ़ायर ब्रिगेड की गाड़ियों के ज़रिए पानी का छिड़काव आदि जैसे काम भी जारी रखने का फैसला किया गया है.
बता दें कि वाहनों को लेकर निर्णय लेने का अधिकार CAQM के पास ही है, ऐसे में वे ही वाहनों पर अंतिम फ़ैसला ले सकता है. प्रदूषण को लेकर भाजपा द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर गोपाल राय ने कहा कि मुद्दा बनाना अलग बात है. उन्होंने आगे कहा कि राजनीति करना उनका काम है, हम अपना काम कर रहे हैं. आरोपों के बीच भगतंत मान सरकार का बचाव करते हुए गोपाल राय ने कहा कि पंजाब में पराली जलने की घटनाएं कम हो रही हैं. दिल्ली में ऐसी घटनाएं नगण्य हैं. इक्का-दुक्का घटनाएं बॉर्डर पर होती हैं. हम एसडीएम से किसानों पर पराली जलाने के मामले में FIR करने के मसले पर रिपोर्ट लेंगे.